दो समतल दर्पणों के बीच रखे कूल के कूल 11 प्रतिबिम्ब बनते के हैं। दर्पण के बीच 30° का कोण है।
n = 360°/θ – 1
11 = 360°/θ –1
12 = 360°/ θ
θ = 360° /12 = 30° Ans.
समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब सीधा आभासी वस्तु के बराबर तथा दर्पण के पीछे बनता है।
यदि दो समतल दर्पण एक दूसरे के समान्तर हों तो इसके मध्य रखे वस्तु का प्रतिबिम्ब अनंत बनता है।