अन्योन्य प्रेरण (Anyony Prerann) : माना कि प्राथमिक P तथा द्वितीयक S दो कुंडलियाँ हैं। किसी क्षण प्राथमिक कुंडली से I धारा प्रवाहित होता है तो द्वितीयक कुंडली S से संबद्ध चुंबकीय फ्लक्स उस समय प्राथमिक कुंडली से प्रवाहित धारा के सीधा समानुपाती होता है। अर्थात् Φ ∝ I या, Φ = MI, जहाँ M को अन्योन्य प्रेरण गुणांक या अन्योन्य प्रेरण कहते हैं।