अंग्रेजों द्वारा कलकत्ता में निर्मित दुर्ग नाम फोर्ट विलियम (fort william) है|
Note : बर्दवान जिले के एक जमींदार शोभा सिंह के विद्रोह के कारण अंग्रेजों को 1696 ई. में अपनी नई कोठी की किलेबंदी की अनुमति मिल गई। बंगाल के सूबेदार अजीम-उस-शान ने 1698 ई. में अंग्रेजों को सूतानती, कलिकाता और गोविंदपुर नामक तीन गांवों की जमींदारी प्रदान की, जिसके बदले में उन्हें इन गांवों के मालिकों को 1200 रु. देने पड़े। इंग्लैंड के सम्राट के सम्मान में उक्त किलेबंद व्यावसायिक प्रतिष्ठान का नाम फोर्ट विलियम रखा गया। सर चार्ल्स आयर इसका पहला प्रेसीडेंट बना था।