एक कोशिका से दूसरी कोशिका में जल का प्रवाह विसरण दाब न्यूनता (Diffusion Pressure Deficit) द्वारा संचालित होता है ।
विसरण दाब न्यूनता शब्द का प्रयोग बी० एस० मेयर ने 1938 में किया था। इसकी व्याख्या रेनर ने 1915 में किया था।
- विसरण की प्रक्रिया में तरल एक दूसरे में मिश्रित होते हैं।
- परासरण में तरल का प्रवाह उच्च सान्द्रता से निम्न सान्द्रता की ओर होता है।
- सान्द्रण, मोलों की संख्या एवं तरल के आयतन का अनुपात होता है।
- अणुभार (M) = 2 x वाष्प घनत्व
- तुल्यांकी भार = अणु- भार / संयोजकता
- मोलों की संख्या (n) = दिया गया द्रव्यमान (m) / आण्विक द्रव्यमान