जब प्रकाश की कोई किरण प्रकाशतः सघन माध्यम से विरल माध्यम की तरफ जाती है तो वह – Jab Prakash Ki Koi Kiran Prakasht Satta Sanghan Madhyam Se Viral Madhyam Ki Taraf Jaati Hai To Vah
(A) अविचलित रहती है।
(B) नॉर्मल की ओर मुड़ती है।
(C) नॉर्मल से दूर मुड़ती है।
(D) इनमें से कोई नहीं है।