महात्मा गाँधी ने लॉर्ड इरविन को लिखे अपने पत्र में 11 माँगे की थी। जिसमें से कुछ को गाँधी-इरविन समझौता के रूप में स्वीकार किया गया था।
Note :
- 30 जनवरी, 1930 को यंग इण्डियाके माध्यम से गाँधीजी द्वारा 11 सूत्री माँग निम्नलिखित थी।
(1) नशीली वस्तुओं के विक्रय को बन्द कर पूर्ण शराब बन्दी करें।
(2) नमक कर खत्म किया जाए
(3) सेना के खर्च में 50% कमी की जाए
(4) लगान में 50% कमी की जाए
(5)भारतीयों को बन्दूकों के लाइसेन्स दिए जाए
(6) सीआईडी विभाग खत्म किया जाए
(7) सिविल अफसरों के वेतन में कटौती हो
(8) तटीय नौवहन भारतीयों के लिए आरक्षित किया जाए।
(9) रुपये की विनिमय दर घटाकर 1 शिलिंग 4 पेंस कर दी गए।
(10) कपड़ा उद्योग को संरक्षण प्रदान किया जाए
(11) उस सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा किया जाए जिन पर हत्या का मुकदमा न चल रहा हो।
- 5 मार्च 1931 को गांधी इरविन समझौता में गांधीजी के 11 सूत्री मांगों में कुछ मांगों को आंशिक रूप से माना गया।