सविनय अवज्ञा (Civil Disobedience) आन्दोलन भारत में सफल रहा, क्योंकि आंदोलन में अधिक महिलाएँ स्वराज के लिए अंग्रेजों के खिलाफ थी।
- 6 अप्रैल, 1930 ई० को सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारंभ हुआ था।
- दाण्डी, नवसारी जिला में स्थित तटीय गाँव है।
- असहयोग आंदोलन में गाँधीजी अपने 78 सहयोगी के साथ साबरमती आश्रम से दाण्डी के लिए प्रस्थान किये थे।
- 5 मार्च, 1931 को गाँधी-इरविन समझौता हुआ। इसे दिल्ली समझौता भी कहा जाता है। दिल्ली समझौता के द्वारा सविनय अवज्ञा आन्दोलन स्थगित किया गया था। गाँधीजी द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लन्दन इस समझौता के बाद गये थे।