प्लास्टिक वस्तु जीवाणुओं से नष्ट नहीं होती है।
अतः उपयुक्त विकल्पों में से विकल्प (A) सही उत्तर है।
Note :
- प्लास्टिक के कचरे को जलाने से ऐसी गैसें निकलती है जो फेफड़ों के कैंसर का कारण बनता है।
- अपघटक वर्ग में मुख्यतः कवक एवं जीवाणु आते हैं।
- प्लास्टिक, लोहा, सीसा आदि पदार्थ अक्षयकारी प्रदूषक हैं, जो कि जीवाणुओं द्वारा नष्ट नहीं होते हैं या इनकी विघटन की क्रिया कम होती है। वातावरण में ये एकत्र रहकर इसे प्रदूषित करते हैं।
- प्लास्टिक के फोटोडिग्रेडेशन की प्रक्रिया में प्लास्टिक इतने सूक्ष्म रूप में विघटित हो जाते हैं कि जलीय जीव इसको सरलता से अंर्तग्रहण कर लेते हैं तथा यह खाद्य श्रृंखला में प्रवेश कर जाता है।
- कुछ प्लास्टिक जल में बिस्फेनोल एवं पॉलीस्टायरीन जैसे विषाक्त रसायनों का निक्षालन कर सकते हैं।
- माइक्रोप्लास्टिक प्लास्टिक के अंश या रेशे होते हैं जिसका आकार 1 मिलीमीटर से कम होता है।
- माइक्रोबीड़ कठोर प्लास्टिक के छोटे कण होते हैं जो सौंदर्य प्रसाधन में उपयोग किए जाते हैं।
- माइक्रोप्लास्टिक एवं इकोटॉक्सिकोलॉजिकल प्रभाव उत्पन्न करता है। यह बेहद खतरनाक तथा कैंसरकारी प्रदूषक है।
- प्लास्टिक कचरा प्रबंधक अधिनियम 2016 के तहत कैरी बैग्स की मोटाई 50 माइक्रोन से अधिक नहीं होनी चाहिए।