कृष्ण देव राय (Krishna Dev Rai) (1509-1529) विजयनगर साम्राज्य का प्रथम शासक था जिसने पूर्तगालियों के साथ संधि की।
कृष्णदेव राय ने इस आधार पर पुर्तगालियों को भटकल में रहने की छूट दिया कि वे अच्छे नस्ल का घोड़ा केवल विजयनगर को आयात करेंगे।
- कृष्णदेव राय के दरबार में अष्ट-दिग्गज रहते थे।
- पांडुरंग महात्म्यम् की रचना तेनालीराम रामकृष्ण ने की थी।
- कृष्णदेव राय ने आन्ध्रभोज, अभिनव भोज, आन्ध्र पितामह की उपाधि धारण की।
- कृष्णदेव राय ने नागलपुर नामक नगर, हजारा एवं विट्ठल स्वामी मंदिर का निर्माण करवाया था।
- कृष्णदेव राय के शासन काल में डोमिंग पायस पुर्तगाली यात्री भारत आया था।
- देवराय-II (1422-46) ने मुस्लिमों को भी सेना भी भर्ती किया।
- देवराय-II को गजबेटकर (हाथियों का शिकारी) कहा गया है।
- देवराय-II ने संस्कृत ग्रंथ महानाटक सुधानिधि एवं ब्रह्मसूत्र पर भाष्य लिखी ।