प्रतिस्थापन (Replacement) और क्षेत्रीय निरंतरता (continuity) दो ऐसे अभिमत है जिनसे पता लगाया जाता है कि आधुनिक मानव का उद्भव कहां हुआ।
हालांकि ये दोनों मत एक दूसरे से विपरीत है। इनमें प्रथम मत प्रतिस्थापन मॉडल में यह कल्पना की गयी है कि मानव के सभी पुराने रूप, चाहे वे कहीं भी थे, परिवर्तित हो गये तथा उनका स्थान मुकम्मल तौर पर आधुनिक मानव (Modern Humen) ने ले लिया।
इस मत की संपुष्टि इस बात से हो जाती है कि आधुनिक मानव में सभी जगह उत्पत्तिमूलक समानता पायी जाती है। उनकी शारीरिक और जननिक विशेषताएँ असमान नहीं होती हैं। इसके लिए जो कारक उत्तरदायी माने गए हैं, वह यह है कि मानवों के पूर्वजों की उत्पत्ति एक ही स्थान अफ्रीका (Africa) में हुई थी और वहीं से वे दुनिया के दूसरे भागों में गए।
आधुनिक मानव के प्राचीनतम जीवाश्म का इथियोपिया के ओमो नामक स्थान पर उपलब्ध होना भी प्रतिस्थापन मॉडल (Replacement Model) के पक्ष को ही हिदायत करता है। इस मॉडल को स्वीकार करने वाले विद्वानों का मानना है कि आधुनिक मानव में शारीरिक विभिन्नताओं का पाया जाना इस बात का प्रमाण मात्र है कि जिन क्षेत्रों में मानव समूह अफ्रीका से गए वहाँ की परिस्थितियों के मुताबिक कालांतर में उन्होंने अपने आप को ढाल लिया और वे अंततोगत्वा वहीं के बसिन्दा हो गए।
क्षेत्रीय निरंतरता के मुताबिक अनेक क्षेत्रों में अलग-अलग मनुष्यों की उत्पत्ति हुई है। विभिन्न प्रदेशों में निवास करने वाले होमोसैपियंस आधुनिक मानव के रूप में शनैः शनैः और अलग-अलग गति से विकसित हुए।
यही कारण है कि वे विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग स्वरूप में दृष्टिगोचर हुए हैं।