सोमनाथ का प्रसिद्ध मंदिर गुजरात राज्य में अवस्थित है ।मध्य काल के अनेक भारतीय मंदिरों में यह भी एक ऐसा मंदिर था जो धन- धन्य परिपूर्ण था !महमूद गजनबी ने जब भारत के मंदिरों को लूटा तो उसमें सोमनाथ को भी उसने विशेष रूप से लूटा मंदिर का सारा धन तो उसने लूट लिया मंदिर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया !15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने तक हुआ वैसे ही खंडहर के रूप में परा रहा धनिए कहिए लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को जिन्होंने सरकारी खर्च पर उसकी मरम्मत करा दी वह तो चाहते थे ,कि जितने भारतीय मंदिरों को आक्रमणकारियों ने तोड़कर उसका रूप बिगाड़ दिया था ।सब को उनके पहले जैसा कर दिया जाए ।लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने को महान धर्मनिरपेक्ष दिखाने के लिए ऐसा नहीं करने दिया ।फिर दूसरी बात थी कि सोमनाथ मंदिर की मरम्मत के थोड़े ही महीने के अंदर सरदार पटेल की संदेह आत्मक मृत्यु हो गई।