बंधुआ मजदूर (Bandhua Majdur) : बिना पारिश्रमिक (Without Labour Charges) के जबरन कार्य करने वाले मजदूर को बंधुआ मजदूर कहते हैं।
भारत में यह प्रथा काफी प्राचीन काल (Ancient Time) से प्रचलित है। जमींदार लोग बिना पारिश्रमिक दिए ही गरीबों (Poors) से दिन भर काम करवाते थे। लेकिन अब यह प्रथा समाप्त हो गया है।