विकास की वह प्रक्रिया समावेशी विकास (Inclusive Development) कहलाती हैं, जो विकास के लाभ को समाज के अंतिम पायदान पर स्थित लोगों तक पहुंचाने, उसका जीवन-स्तर ऊंचा उठाने तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास करती है।
समावेशी विकास को ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य लक्ष्य बनाया गया, क्योंकि कई दशक के सार्थक प्रयास के बावजूद भी भारत में कई कमजोर वर्ग एवं भौगोलिक क्षेत्र विकास के लाभ से वंचित रह गए थे।