विटामिन 'K' की विशिष्ट भूमिका प्रोथ्रोम्बिन के संश्लेषण में होता है।
Note :
- विटामिन K की कमी से रक्त का थक्का नहीं बनता है।
- विटामिन 'K' का रासायनिक नाम फिलोक्विनोन है।
- यह यकृत में प्रोथ्रॉम्बिन के संश्लेषण में विशिष्ट भूमिका निभाता है।
- यह चोट पर रक्त का थक्का के जमने के लिए आवश्यक होता है।
- इसलिए इसे रक्तस्त्राव रोधी पदार्थ भी कहते हैं।
- आंतों के बैक्टिरिया भी विटामिन 'K' का संश्लेषण करते हैं।
- विटामिन 'K' जिगर, अण्डे की जर्दी, हरी पत्तियों, टमाटर, पनीर आदि में पाया जाता है।
- रक्त के थक्के के कारक:-
(A) फाइब्रिनोजेन – प्रोथ्रॉम्बिन
(B) प्रोसिलेरिन–स्थाई कारक
(C) थ्रोम्बोप्लास्टिन - Ca2+
(D) फाइब्रिन
- रक्त संयोजी उत्तक है।
- रक्त के जलीय माध्यम को प्लाज्मा कहते हैं।
- रक्त शरीर को पोषक पदार्थ पहुंचाता है तथा साथ ही तापमान नियंत्रण करता है।