जब किसी तार से होकर धारा प्रवाहित होती है तो प्रत्येक बार कम्पास की सूई में विक्षेपण होता है इस विक्षेपण पर सर्वप्रथम हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड (Hans Christian Oersted) ध्यान गया था।
1820 में ओर्स्टेड (Oersted) ने यह पता लगाया कि जब किसी चालक से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तब चालक के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।
ओर्स्टेड के अनुसार जब चालक तार में प्रवाहित धारा दक्षिण-उत्तर दिशा में होती है तो चुंबकीय सूई का उत्तरी ध्रुव पश्चिम दिशा में विक्षेपित हो जाता है। तथा जब चालक तार में प्रवाहित धारा उत्तर दक्षिण दिशा में होती है तो चुंबकीय सूई का उत्तरी ध्रुव पूर्व दिशा में विक्षेपित हो जाता है।
- सी० वी० रमन ने रमन प्रभाव दिए थे।
- थॉमस एल्वा एडीसन ने बल्ब का आविष्कार किया था।