जलियाँवाला बाग नरसंहार की घटना के समय भारत के वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड (Lord Chelmsford) था।
जलियाँवाला बाग नरसंहार 13 अप्रैल, 1919 को हुआ।
- दीनबंधु, सी. एफ. एन्ड्रयूज ने इस हत्याकांड को जान-बूझ कर की गई क्रूर हत्या कहा था।
- जनरल डायर को उसके अपराध के लिए नौकरी से हटना पड़ा किन्तु ब्रिटिश अखबारों ने उसे ब्रिटिश साम्राज्य का रक्षक एवं ब्रिटिश लॉर्ड सभा ने उसे ब्रिटिश साम्राज्य का शेर कहा।
- मार्च 1940 में पंजाबी क्रांतिकारी नेता ऊधम सिंह ने लंदन में माइकल ओ' डायर की हत्या कर दी।
- शंकरन नायर ने वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् के सदस्य पद से त्यागपत्र दे दिया। (जलियाँवाला हत्याकाण्ड के विरोध में)
- जलियाँवाला बाग नरसंहार के विरोध में रवींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई 'नाइटहुड' की उपाधि वापस कर दी।