जब कोई नदी मैदानों में प्रवेश करती है, जहाँ इसमें मरोड़ और विचलन विस्तृत मोड़ बनाते है, उसे मिऐंडर्स (Meanders) कहते हैं।
मिऐंडर्ज (meanders) की लंबाई (L) = 150√Q
- नदी जब प्रौढ़ा अवस्था में मैदानी भागों में प्रवेश करती है क्षैतिज अपरदन अधिक करती है। नदियाँ मैदानी भागों में सीधे मार्ग में प्रवाहित न हो कर टेढ़े-मेढ़े रास्ते होकर प्रवाहित होती है।
- नदियों के टेढ़े-मेढ़े प्रवाहित होने से छोटे-बड़े मोड़ बन जाते हैं इन्हीं मोड़ों को विसर्प (Meander) कहते हैं।
- विसर्प (Meander) के दो प्रकार के किनारे अवतल ढाल एवं उत्तल ढाल होते हैं।
- विसर्प का आकार अर्द्ध वृत्ताकार तथा कभी-कभी वृताकार भी होता है।