डोलू कुनिथा कर्नाटक राज्य का एक प्रसिद्ध ढोल नृत्य है। डोलू कुनिया नृत्य को हलुमथस्थ नाम से भी जाना जाता है। यह नृत्य बीरालिंगेखर मंदिर से संबंद्ध है।
डोलू कुनिथा नृत्य का मनोरंजन के साथ आध्यात्मिक महत्व भी है। यह नृत्य हथुमाथा पुराण या कुरूबा पुराण नामक कथा से संबंद्ध है। कर्नाटक के शिमोगा जिले के हालु कुरूबा जनजाति का यह एक विशेष नृत्य है।
डोलू कुनिथा का अन्य रूप है— कुरूबा गौदास, देवरे यट्टे कुनिया, येल्लम्मना कुनिया, सुग्गी कुनिया, अलगु कुनिया आदि ।