बिहार किसान सभा से प्रत्यक्ष रूप से डॉ० राजेन्द्र प्रसाद नहीं जुड़े थे।
अतः उपयुक्त विकल्पों में से विकल्प (C) सही उत्तर होगा।
Note :
- नवम्बर, 1929 में सोनपुर मेला के अवसर पर आयोजित एक सभा में स्वामी सहजानन्द सरस्वती की अध्यक्षता में बिहार प्रांतीय किसान सभा की स्थापना हुई, जिसके सचिव श्री कृष्ण सिंह को बनाया गया था।
- स्वामी सहजानन्द सरस्वती यहाँ किसान आंदोलन के मूल अनुप्रेरक बन गये और मरते दम तक यही उनके जीवन का मूल लक्ष्य बना रहा।
- इस आंदोलन को बिहार के गाँवों में फैलानें में कार्यानन्द शर्मा, राहुल सांकृत्यायन, पंचानन शर्मा, यदुनंदन शर्मा आदि नेताओं का सहयोग मिला।
- ये सभी बिहार किसान सभा से जुड़े थे।
- सहजानन्द सरस्वती का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था।
- सहजानन्द सरस्वती ने बिहटा में आश्रम की स्थापना की थी।
- बड़हिया टाल आन्दोलन का नेतृत्व कार्यानन्द शर्मा ने किया।
- 1919-22 में स्वामी विद्यानन्द ने दरभंगा राज के विरूद्ध किसान आन्दोलन का नेतृत्व किया।
- 1922-23 ई० में मुंगेर में मोहम्मद जुबैर और श्रीकृष्ण सिंह ने किसान सभा का गठन किया।
- राहुल सांकृत्यायन ने छपरा से किसान आन्दोलन का नेतृत्व किया था।
- यदुनन्दन शर्मा ने गया क्षेत्र में किसान आन्दोलन का नेतृत्व किया।
- भारत में प्रथम संगठित कृषक विद्रोह 1873-76 ई० के बीच बंगाल में हुआ था।