लॉर्ड रिपन के द्वारा सन् 1881 ईस्वी में प्रथम कारखाना अधिनियम लाया गया।
इसमें 7 वर्ष से कम आयु के बच्चों को काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया और 7 से 12 वर्ष के श्रमिकों के लिए 9 घंटे से अधिक कार्य कराया जाना प्रतिबंधित कर दिया गया।
यह चाय, कॉफी एवं नील की खेती पर लागू नहीं थी।