राजा राममोहन राय (Raja Rammohan Roy) ने भारत के कलकत्ता (Calcutta) शहर में 'ब्रह्म सभा' (जिसे बाद में ब्रह्म समाज कहा गया ) के नाम से एक सुधार संघ की स्थापना की थी।
ब्रह्म समाज की स्थापना 28 अगस्त, 1828 को हुआ था। "भारतीय पुनर्जागरण का पिता" राजा राममोहन राय को कहा जाता है।
- ब्रह्म समाज का प्रतिज्ञा-पत्र देवेन्द्रनाथ ठाकुर ने तैयार किया।