राजस्थान में बहुत ही कम वर्षा होने का कारण हवा के रास्ते में कोई भी रोक नहीं है जिससे कि वह ऊपर ठंडा हो सके जिस कारण राजस्थान में बहुत ही कम वर्षा होती है।
Note :
- दक्षिण-पश्चिम मानसूनी पवनें दक्षिणी प्रायद्वीपीय स्थिति के कारण दो शाखाओं में विभक्त हो जाती हैं। इनमें से एक बंगाल की खाड़ी व दूसरी अरब सागर शाखा के नाम से जानी जाती है।
- अरब सागर शाखा पश्चिमी घाट से टकराकर उत्तर की ओर बढ़ जाती है। जो सिंधु नदी डेल्टा, राजस्थान से होकर हिमालय तक जाती है।
- राजस्थान में वर्षा न कर पाने का मुख्य कारण इस भाग में पवनों के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करने वाला कोई उपयुक्त पर्वत नहीं है।