जब किसी पिंड को उसके उदासीन संतुलन की स्थिति से बाधित किया जाए तो उसका स्थितिज ऊर्जा का क्या होता है? Jab Kisi Pind Ko Uske Udasin Santulan Ki Sthiti Se Badhit Kiya Jaaye To uska Sthitij Urja Ka Kya Hota Hai?
(A) वह कम हो जाती है।
(B) वह बढ़ जाती है।
(D) वह स्थिर है।
(C) वह शून्य हो जाती है।