संघ पोरिफेरा (Porifera): पोरिफेरा शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम रॉबर्ट ग्रांट ने किया था यह बहुकोशिकीय जलीय जंतु है, जो लवणीय जल (समुंद्र) में पाए जाते हैं लेकिन स्पंजिलाइडी मीठे जल में पाए जाते हैं।
इनके शरीर में उत्तक नहीं बनते हैं। इनके शरीर पर अनेक छिद्र होते हैं। शरीर के अंदर एक गुहा जिसे स्पंज गुहा (Spongocoel) कहते हैं, पाई जाती है।
इनमें कैनाल सिस्टम (Canal system) पाया जाता है ,जो इस संघ के जीवो में ही उपस्थित होता है। इनका कंकाल कैलशियम कार्बोनेट, सिलिका या स्पंजिंन फाइबर का होता है।
उदाहरण:- साइकन, स्पांजिला (मीठे पानी का स्पंज)