भारतीय मानसून मौसमी विस्थापन से इंगित है, जिसका स्थल तथा समुद्र का विभेदी तापन कारण है।
भारतीय मानसून मौसमी विस्थापन वाला है, जिसकी दिशा छः माह तक (जाड़े में) उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम तथा शेष छः माह तक (ग्रीष्म में) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व रहती है।
इन मानसून हवाओं की उत्पत्ति तापक्रम में भिन्नता के कारण होती है या अन्य किसी कारण से इस पर पर्याप्त मतभेद हैं। इसके लिए दो संकल्पनाओं का प्रतिपादन किया गया है।
- तापीय संकल्पना अर्थात मानसून की उत्पत्ति स्थल एवं जल के असमान संगठन तथा उनके गर्म एवं ठंडा होने के विरोधी स्वभाव के कारण होती है अर्थात इस पर सूर्य के उत्तरायण एवं दक्षिणायन का पर्याप्त प्रभाव है।
- नवीन संकल्पना के अनुसार, मानसूनी हवाओं की उत्पत्ति वायुदाब और हवाओं की पेटियों के खिसकाव के कारण होती है। इस संकल्पना का पहली बार प्रतिपादन फ्लॉन नामक विद्वान ने किया।
अतः इन विकल्पों में से विकल्प (a) सही उत्तर होगा।