अंतर्देशीय आव्रजन अधिनियम, 1859 के अंतर्गत, मजदूरों को बिना अनुमति के चाय बागानों को छोड़ने की अनुमति नहीं थी।
इस अधिनियम के तहत श्रमिकों के निर्धारित किए गए स्थान छोड़ने की अनुमति नहीं थी। यहाँ तक की, वे अपने जन्मस्थान पर भी नहीं जा सकते थे।
- भारत में चाय की खेती 1835 ई० से असम राज्य से प्रारंभ हुआ।
- दास व्यापार पर रोक चार्टर अधिनियम 1833 के द्वारा किया गया।