20वीं शताब्दी के साठवें दशक के अंतिम दौर की हरित क्रांति की प्रकृति का सबसे उचित वर्णन इस प्रकार है - उच्च पैदावार विविधता बीजों (HYV Seeds), उर्वरक, सिंचाई हेतु पानी, कृषि मशीनरी, कीटनाशकों का प्रयोग किसानों के कृषि ज्ञान ने कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन लाया, जिसे तकनीकी रूप से हरित क्रांति या कृषि क्रांति के रूप में जाना जाता है।
अतः इस प्रश्न का सही उत्तर विकल्प (d) होगा ।