भारत के दूसरे चंद्र मिशन चन्द्रयान-2 द्वारा 13 पेलोड ले जाए गए थे।
22 जुलाई, 2019 को भारतीय भू-तुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण यान जीएसएलवी एम० के० III M1 द्वारा चन्द्रयान-2 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। इसमें ऑबिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) का इस्तेमाल किया गया।
लैंडर विक्रम का सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिग नहीं होने के कारण यह अभियान पूर्ण सफल नहीं हो सका।
- 3 अप्रैल, 1984 को स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले प्रथम भारतीय बने।
- भारत ने अपने पहले चन्द्रयान-1 का प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से 22 अक्टूबर, 2008 को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (PSLV-XLC-11) के जरिए किया गया।
- 15 अगस्त, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना 1969 को की गई।