भारत में स्वदेशी आंदोलन को शुरूआत बंग-भंग विरोधी आंदोलन के दौरान हुई थी।
7 अगस्त, 1905 ई० को कलकत्ता के "टाउन हॉल" में स्वदेशी आंदोलन की घोषणा की गई।
- 16 अक्टूबर, 1905 को बंगाल विभाजन प्रभावी हुआ था।
- चंपारण सत्याग्रह 1917 ई० में महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हुआ था।
- चम्पारण सत्याग्रह का मुख्य उद्देश्य-बिहार के चंपारण जिले में प्रचलित "तीनकठिया पद्धति" समाप्त करना था।
- चम्पारण का एक किसान राजकुमार शुक्ल' ने गाँधीजी से लखनऊ अधिवेशन में भेंट की थी।
- चंपारण में गाँधीजी के सहयोगी राजेन्द्र प्रसाद, जे० बी० कृपलानी, महादेव देसाई, मजहरूल हक, नरहरि पारिख ब्रज किशोर प्रसाद आदि थे।
- चंपारण सत्याग्रह में यूरोपीय निलहों ने किसानों की 25% राशि वापस करने की राजी हो गए।
- महात्मा गाँधी के चम्पारण सत्याग्रह का एन.जी. रंगा ने विरोध किया था।
- रवीन्द्रनाथ टैगोर ने चम्पारण सत्याग्रह के दौरान गाँधीजी को 'महात्मा" की उपाधि दी थी।