भारत में तृतीयक क्षेत्र अर्थात सेवा क्षेत्र सकल राष्ट्रीय उत्पाद में सर्वाधिक योगदान करता है। तृतीयक क्षेत्र के तीन अंग हैं :-
(i) परिवहन, संचार और व्यापार
(ii) बैंकिंग, बीमा और वास्तविक जायदाद तथा
(iii) सामुदायिक एवं वैयक्तिक सेवाएं।
तृतीयक क्षेत्र का सकल राष्ट्रीय उत्पाद में भाग 1950-51 के 27.5% से क्रमशः बढ़ता हुआ वर्ष 2018-19 में 54.3% हो गया है। वर्ष 2019-20 प्रथम छमाही में सकल मूल्य वृद्धि (GVA) में तृतीयक क्षेत्र का हिस्सा 57.8% अनुमानित था।
अतः उपरोक्त विकल्पों में से विकल्प (a) सही होगा ।