भारत में आधुनिक जूट उद्योग लगभग 163 वर्ष पुराना है। 1855 ई. में सीरामपुर के निकट रिसरा नामक स्थान पर पहली जूट मिल स्थापित हुई थी। 1875 तक भारत में 16 जूट मिलें हो गई थीं। 1947 में भारत के विभाजन से जूट उद्योग को क्षति पहुंची, क्योंकि अधिकांश जूट उत्पादन क्षेत्र (लगभग 80%) पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में रह गया। फलस्वरूप जूट उद्योग के समक्ष कच्चे माल की समस्या उत्पन्न हो गई। दूसरी तरफ सूती वस्त्र की अधिकांश मिलें मुंबई, अहमदाबाद (भारत) में थीं, जबकि कपास उत्पादक 40 प्रतिशत क्षेत्र पश्चिमी पाकिस्तान में चला गया था।
उत्तर विकल्प (c) सही होगा ।