गुप्तकालीन कला (Gupta Period Art) की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं—
गुप्तकालीन कलाओं में मूर्तिकला एवं चित्रकला का महत्त्वपूर्ण स्थान है, जो इस प्रकार है—
i. मूर्तिकला : गुप्तकालीन मूर्तियाँ बौद्ध धर्म से संबंधित वस्तुओं और पुराणों में दी गई घटनाओं - को दर्शाती है।
मथुरा और सारनाथ में पत्थरों और काँसे की बुद्ध तथा बौद्ध स्तंभों की मूर्तियाँ बहुसंख्या में पाई गई हैं।
इस काल की सबसे प्रसिद्ध मूर्ति वह है जिसमें बुद्ध बैठे मुद्रा में अपना प्रथम प्रवचन दे रहे हैं। इस मूर्ति को भारत में सबसे दुर्लभ मूर्ति माना जाता है।
ii. चित्रकला : चित्रकला भी गुप्तकाल में अपने प्रगति के शिखर पर थी।
इस कला का व्यवहार राजमहलों और हिंदू तथा बौद्ध मंदिरों को सजाने के लिए किया जाता था।
इस कला के सबसे सुंदर उदाहरण अजंता की बुद्ध गुफायें, श्रीलंका में सुग्रीया और मध्यप्रदेश में बाघ की गुफायें हैं।