द्वंद्वात्मक भौतिकवाद साम्यवाद से जुड़ी संकल्पना है जिसका प्रतिपादन कार्ल मार्क्स के द्वारा (हीगल से प्रेरणा लेकर) किया गया था। उसने इस संकल्पना को इतिहास की व्याख्या करने के लिए अपनाया था। इसके अनुसार संपूर्ण सामाजिक परिवर्तन और विकास परस्पर विरोधी तत्वों या विचारों के संघर्ष का परिणाम है। इस पद्धति को 'द्वंद्वात्मक भौतिकवाद' कहा जाता है।
अतः उपरोक्त सभी विकल्पों में से विकल्प (c)साम्यवाद सही होगा।