महर्षि वेद व्यास ने श्रीमद्भावमद्गीता (Shrimadbhagwatgeeta) की रचना की। इसमें कुरुक्षेत्र के मैदान में श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को कर्म करने की प्रेरणा दी गई है।
इसमें कहा गया है कि धर्म के रास्ते पर चलते हुए मनुष्य को अपना कर्म करना चाहिए। कर्म फल की चिंता न करें क्योंकि ईश्वर आपके कर्मों का फल अवश्य देगा।
अर्जुन को क्षत्रियोचित कर्म युद्ध करने की प्रेरणा दी गई जिसके परिणामस्वरूप महाभारत युद्ध हुआ।