ग्रैण्ड ट्रंक रोड (Grand Trunk Road) यह मार्ग पुराने समय में 'सड़क-ए-आज़म' कहलाता था, आज इस सड़क को The Grand Trunlk Road (जी. टी. रोड) के नाम से जाना जाता है।
इस सड़क को 'सड़के-ए-आज़म' या 'बादशाही सड़क' के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण एशिया की सबसे पुरानी और मुख्य सड़क है।
सोलहवीं शताब्दी में दिल्ली के सुल्तान शेरशाह सूरी (Sultan Shershah Suri) ने इसे पक्का करवाया।
शेरशाह सूरी पहला बादशाह था, जिसने बंगाल के सोना गाँव से सिंथ प्रांत तक दो हज़ार मील लम्बी (Two Thousand Miles Long) पक्की सड़क बनवाई थी।
इस सड़क पर घुड़सवारों द्वारा डाक (Post) लाने ले जाने की व्यवस्था थी। यह मार्ग उस समय 'सड़क-ए-आज़म' कहलाता था।
बंगाल से पेशावर की यह सड़क 500 कोस या 2500 किलोमीटर लम्बी थी, शेरशाह ने 1542 ई. में इसका निर्माण कराया था। दूरी नापने के लिए जगह-जगह पत्थर लगवाए।