मुगल काल में हरम मुगलों के घरेलू संसार का प्रतीक था। इसमें बादशाह की पत्नियां उपपत्नियाँ, उनके नजदीकी व दूर के रिश्तेदार (माँ, उपमाता, बहन, पुत्री, भतीजी, भांजी, बहू, चाची, बुआ एवं मौसी आदि) दासी इत्यादि सभी रहते थे।
जो स्त्रियाँ मुगल परिवार में शाही खानदान से आती थीं, उन्हें बेगम कहा जाता था। जिन स्त्रियों का जन्म कुलीन परिवार में नहीं हुआ था, वे अगहा कहलाती थीं।
बेगम का स्थान सबसे ऊँचा था। पदानुक्रम के अनुसार सभी को नगद मासिक भत्ता व उपहार मिलते थे। बादशाह नियमित रूप से हरम में आराम के लिये जाता था।