दहसाला पद्धति : अकबर के शासनकाल में राजा टोडरमल ने राज की समस्त भूमि को नपवा कर उपज के आधार पर बाँटकर लगान निश्चित की। यह व्यवस्था दस वर्ष के लिए की गई थी, अत: इसे दहसाला पद्धति कहते हैं।
यह व्यवस्था सर्वप्रथम गुजरात में सन् 1573 ई० में तथा सम्पूर्ण साम्राज्य में सन् 1579-80 ई० में स्थापित की गई।
इस व्यवस्था में भी उपज का 1/3 भाग लगान के रूप में लिया जाता था।