दक्कन विद्रोह के कारणों की जाँच के लिए कम्पनी के अधिकारियों की माँग पर 1875 में दक्कन दंगा आयोग का गठन किया गया।
आयोग द्वारा दक्कन विद्रोह के कारणों की जाँच के बाद तैयार रिपोर्ट ब्रिटिश पार्लियामेंट में 1878 में भेजी गयी।
इस रिपोर्ट में रैयतों पर अत्याचार तथा उनमें असंतोष, रैयत वर्ग तथा ऋणदाताओं के बयानों, भू-राजस्व की दरें तथा अकाल और मंदी की स्थिति तथा जिला क्लेक्टरों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट का संकलन है।