जैन धर्म श्वेताम्बर और दिगम्बर में चन्द्रगुप्त मौर्य (Chandragupta Maurya) के समय विभाजित हुआ ।
Note :-
जैन धर्म स्थूलभद्र के नेतृत्व में श्वेताम्बर और भद्रबाहु के नेतृत्व में दिगम्बर सम्प्रदायों में बँट गया ।
प्रथम जैन संगीति पाटलिपुत्र में आयोजित किया गया, जिसमें जैन साहित्य का संकलन किया गया ।
भद्रबाहु ने कल्पसूत्र नामक पुस्तक की रचना की ।