मंदिर वास्तुकला की वह शैली, जो उत्तर भारत में लोक प्रिय हुई, नागर शैली (Nagar Style) कहलाती है।
नागर शब्द नगर से बना है। संभवतः सर्वप्रथम नगर में निर्माण होने के कारण इसे नागर शैली कहा जाता है। नागर शैली हिमाचल से लेकर विध्य पर्वत तक के क्षेत्रों में प्रचलित है। इस शैली के मंदिर आधार से शिखर तक चतुष्कोणीय होते हैं।
- दक्षिण भारत के मंदिर निर्माण की शैली को द्रविड़ शैली के नाम से जाना जाता है।
- यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल तंजौर का बृहदेश्वर मंदिर 1000 वर्षों से द्रविड़ शैली का जीता-जागता उदाहरण है।
- वेसर शैली में नागर एवं द्रविड़ शैलियाँ के मिले-जुले रूप को वेसर शैली कहते हैं।
- वेसर शैली की मंदिर विंध्याचल पर्वत से लेकर कृष्णा नदी तक पाए जाते हैं।