भारी मशीनों में स्नेहक के रूप में ग्रेफाइट (Graphite) का इस्तेमाल किया जाता है ।ग्रेफाइट षट्फलकीय संरचना की होती है।
Note :-
इसकी एक परत दूसरे पर आसानी से फिसलता है । कार्बन के प्रमुख अपरूप हैं –
(i) ग्रेफाइट
(ii) हीरा एवं
(iii) फुलरीन ।
पेंसिल में ग्रेफाइट का प्रयोग किया जाता है ।
हीरा पूर्ण आन्तरिक परावर्तन के सिद्धान्त के आधार पर कार्य करता है ।
कोयला में कार्बन की मात्रा अधिक हो तो वह अच्छी किस्म की मानी जाती है ।