ध्वनि को आँखों के रूप में प्रयोग करने वाला प्राणी चमगादड़ (Bat) है। चमगादड़ पराश्रव्य तरंगें (ultrasonic waves) उत्सर्जित करता है ।
Note :-
20,000 Hz से ऊपर के तरंगों को पराश्रव्य तरंग कहा जाता है। मनुष्य का कान इसे नहीं सुन सकता । कुछ जानवर जैसे- कुत्ता, बिल्ली, चमगादड़ आदि इसे सुन सकते हैं ।
पराश्रव्य तरंगें का उपयोग संकेत भेजने में समुद्र की गहराई का पता लगाने में, चिमनी साफ करने में किया जाता है।
चमगादड़ 20,000 Hz से अधिक की ध्वनि तरंगों को सुन सकते हैं ।
इसका प्रयोग कर वे वस्तु स्थान का पता लगा लेते है।
अपश्रव्य तरंग का परास 20 Hz से नीचे होता है।