अंतरिक्ष तरंगें (Antariksh Tarange) : इस विधि में प्रेषित्र एण्टिना से लगभग ऊर्ध्वाधर प्रेषित्र रेडियो तरंगें आयनमण्डल से परावर्तित होकर अभिग्राही एण्टिना पर पहुँच जाती है।
इस विधि द्वारा 1500 किलोहर्ट्ज से 40 मेगाहर्ट्ज आवृत्ति वाली रेडियो तरंगें प्रसारित की जाती हैं। इसे लघु तरंग बैंड कहते हैं।