Ans : फिनॉल (Phenol) का हाइड्रॉक्सिल समूह बेंजीन वलय के sp2 प्रसंकरित कार्बन से जुड़ा होता है। sp2 - प्रसंकरित कार्बन के उच्च विद्युतऋणात्मकता के कारण फिनॉल अणु के ऑक्सीजन परमाणु पर इलेक्ट्रॉन का घनत्व कम हो जाता है।
जिससे O—H बंधन की ध्रुवीय प्रकृति बढ़ जाती है। परिणामस्वरूप फिनॉल अणु के आयनन के पश्चात प्रोटॉन मुक्त होता है तथा फिनॉक्साइड आयन बनता है।
ऐरोमैटिक वलय में किसी इलेक्ट्रॉन-ग्राही प्रतिस्थापक के उपस्थित होने पर फिनॉल की अम्लीय शक्ति बढ़ जाती है।