मुगल शासक अकबर (Akbar) ने चित्रकारी के लिए कारखाना बनवाया था। अकबर के काल में पहली बार भित्ति चित्रावली की शुरुआत हुई थी। अकबर कालीन चित्रकारों में दसवन्त, बसावन, महेश, लाल मुकुन्द, सावल दास तथा अब्दुस्समद प्रमुख थे। इसके शासनकाल में रज्मनामा नामक पाण्डुलिपि तैयार की गई, जिसे मुगलकालीन चित्रकला का 'मील का पत्थर' कहा जाता है।
अकबर के समय में सर्वोत्कृष्ठ चित्रकार बसावन थे। मुगल चित्रशाला संग्रह में हम्जनामा प्रमुख है, जिसे 'दास्ताने-अमीर-हमजा' के नाम से जाना जाता है। इस पाण्डुलिपि में 1200 से अधिक चित्रों का संग्रह है।