बंगाल में द्विशासन (द्वैध शासन) प्रणाली 1765 ई. में रॉबर्ट क्लाइव (Robert Clive) द्वारा लागू की गई। यह द्वैध शासन 1772 ई. तक प्रचलन में रहा।
द्वैध शासन का जनक लियोनिस कोर्टिस को माना जाता है। बंगाल में इसकी शुरुआत रॉबर्ट क्लाइव तथा मुगल बादशाह की सन्धि के पश्चात हुई थी। इसके अन्तर्गत अंग्रेजों को मुगल बादशाह शाहआलम द्वितीय से ₹26 लाख वार्षिक पेन्शन के बदले दीवानी अधिकार तथा ₹53 बंगाल के नबाव को देने पर निजामत 3 लाख का अधिकार प्राप्त हो गया था।