सहप्रभाविता (Sahprabhavita) : जब किसी जीव में ऐलील के जोड़े के बीच का संबंध प्रभावी एवं अप्रभावी जैसा न हो, बल्कि दोनों का प्रभाव F, संकरों पर एक साथ पड़ता हो तो ऐसी स्थिति को सहप्रभाविता कहते हैं तथा इस प्रकार के ऐलील को सहप्रभावी ऐलील्स कहते हैं।
अपूर्ण प्रभाविता (Apurn Prabhavita) : मेंडल के प्रयोग में चयन की गई सात जोड़ी लक्षणों में एक ऐलील पूर्णरूप से प्रभावी तथा दूसरा अप्रभावी था, लेकिन कुछ ऐसे उदाहरण हैं जहाँ मेंडल का पूर्ण प्रभाविता का नियम लागू नहीं होता है। विपरीत जोड़ों के गुणों में एक लक्षण दूसरे लक्षण के ऊपर अपूर्ण रूप से प्रभाव दिखाता है। इसे अपूर्ण प्रभाविता कहते हैं।