सागरमाला परियोजना का उद्देश्य घरेलू कार्गों एवं EXIM कार्गो की लॉजिस्टिक्स लागत को कम करना है।
- सागरमाला परियोजना बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा 25 मार्च 2015 को लाया गया।
- सागरमाला प्रोजेक्ट की घोषणा सर्वप्रथम 15 अगस्त, 2003 में तात्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा किया गया था।
- भारत में 13 बड़े बन्दरगाह और लगभग 200 मझोले एवं छोटे बन्दरगाह हैं।
- सागरमाला परियोजना के "कोस्टल बर्थ स्कीम के तहत देश के 8 राज्यों— महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु गुजरात तथा पश्चिम बंगाल को शामिल किया गया है।
- सागरमाला परियोजना का उद्देश्य तटीय यातायात को बढ़ावा देना, समय का बचत, रोजगार सृजन, विदेशी व्यापार को बढ़ावा देना आदि। इसके अलावा बंदरगाहों से माल की आवाजाही के लिए कुशल, किफायती और त्वरित बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।