सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) में गाँधीजी के बाद सत्याग्रह का नेतृत्व सरोजिनी नायडू (Sarojini Naidu) ने की थी ।
Note :-
सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दौरान 'धरासना' स्थान आन्दोलन का केन्द्र बिन्दु था।
गाँधीजी ने नमक आन्दोलन में तेजी लाने के लिए धरासना की नमकशाला पर नमक बनाकर नमक कानून को तोड़ने का निश्चय किया किन्तु इसके पूर्व ही गाँधी को गिरफ्तार कर 5 मई, 1930 को यरवदा जेल भेज दिया गया।
उनके स्थान पर अब्बास तैयबजी ने आन्दोलन का नेतृत्व किया। किन्तु उनकी भी गिरफ्तारी के बाद सरोजिनी नायडू और इमाम साहब ने आन्दोलन का नेतृत्व किया।
सरोजिनी नायडू भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश व देश की प्रथम महिला राज्यपाल रह चुकी है।
एनी बेसेन्ट 1917 में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का प्रथम महिला (विदेशी) अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ। इन्होंने स्वशासन के उद्देश्य से 1916 में होमरूल लीग आन्दोलन चलाया!