पृथक्करण के नियम के अनुसार जब विपरीत लक्षण के जोड़े को क्रॉस कराया जाता है तो युग्मक बनते समय एक जोड़ी के अलील एक दूसरे से सम्मिश्रित नहीं हो पाते बल्कि वे एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं। फलस्वरूप प्रत्येक युग्मक में दो में से केवल एक अलील रहता है। यह युग्मक अपने में शुद्ध रहता है।
Example – समयुग्मजी जनक